आज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान राज्यपाल ने केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री राज्य के कृषि क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा की राज्य में मौनपालन के क्षेत्र में काफी संभावना है। उत्तराखण्ड में मौन पालन के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। वर्तमान में हम 4 हजार टन तक शहद का उत्पादन कर सकते हैं। हमारा उत्पाद उत्तम गुणवत्ता का पाया गया। इसमें केंद्र सरकार से सहयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा की हिमालय तथा हमारे वनों में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ, पुष्प इत्यादि पाये जाते हैं। उत्तराखण्ड में ‘‘अरोमा” क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में सहयोग हेतु निवेदन किया गया।
राज्यपाल ने कृषि मंत्री से कहा की हमारे पर्वतीय अंचलों में जहाँ सिंचाई के साधन नहीं है ऐसे स्थानों में मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती किया जाना लाभप्रद होता है क्योंकि इनके उत्पादन के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है। अतः निवेदन किया गया कि केन्द्र सरकार इस हेतु विशेष सहायता प्रदान करे। यदि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाता है तो राज्य की महिलाओं को इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। इससे एक ओर पलायन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकेगा वहीं हमारी महिलाओं का सशक्तीकरण संभव होगा। इस दौरान कृषि मंत्री ने देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव के दृष्टिगत हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।