आज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से राजभवन में असम रेजिमेंट के पूर्व सैनिकों ने मुलाकात की। राज्यपाल ने असम रेजिमेंट में सेवाएं दी हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों से सेवा के दौरान अपने-अपने अनुभवों को साझा किया। राज्यपाल ने कहा कि सेना में आपसी समन्वय के साथ किस प्रकार रहना होता है यह सीखा जाता है। उन्होंने कहा की सेवा के दौरान एक-दूसरे से जो सीखा है, आज उसका आभार प्रकट किया गया। उन्होंने कहा कि मुलाकात में सेना के अनुभवों और आने वाली चुनौतियों के बारे में बात की गई। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य प्रदेश है और सैन्य भूमि है, यहां बहादुरी का एक अलग ही जज्बा है। पूर्व सैनिकों से मुलाकात के दौरान उन्होंने अग्निपथ योजना के बारे में भी चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि अग्निवीर के रूप में आने वाले हमारे योद्धाओं का प्रशिक्षण और उनकी क्षमता ऊंचे दर्जे की है। उन्होंने कहा कि हमारे सभी के अनुभवों के आधार पर अग्निवीर एक बेहतर योजना है इससे हमारे सशस्त्र बलों में यूथफुल प्रोफाइल(युवा वर्ग) बढ़ेगा। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने अग्निवीरों को प्रशिक्षित करने वाले कमांडरों से बात की है, और बताया कि अग्निवीरों के प्रशिक्षण का स्तर, आपसी प्रतिस्पर्धा और राष्ट्र प्रथम की भावना उच्च स्तरीय है। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने यूनिट और ट्रेनिंग सेंटर में जाकर अग्निवीरों से बात की और यह देखकर गर्व होता है कि उनके अंदर राष्ट्र प्रथम की भावना और देश की सुरक्षा लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा है।