रेलवे बोर्ड के चैयरमैन सतीश कुमार ने कहा कि आरोबी, आरयूबी और ट्रैक डबलिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। स्टेशनों पर चल रहे कार्य 30 नवंबर तक पूरे हो जाने की उम्मीद है। इसके अलावा पुल और ट्रैक डबलिंग कार्य भी निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
प्रयागराज जंक्शन से बमरौली तक बिछाई जा रही चौथी लाइन के लिए बनाए जा रहे रेल फ्लाई ओवर का कार्य अब महाकुंभ समाप्त होने के बाद रफ्तार पकड़ेगा। शनिवार की शाम सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने को पहुंचे चेयरमैन रेलवे बोर्ड (सीआरबी) ने ये कहा कि जो कार्य महाकुंभ से सीधे तौर पर जुड़े हैं उसे पूरा करने पर फोकस होना चाहिए।
कहा कि सूबेदारगंज स्टेशन पर जीटी रोड साइड सेकंड इंट्री के कार्य पर फोकस किया जाए। ताकि यह कार्य समय से पूरा हो सके। सीआरबी ने फाफामऊ स्टेशन पर चल रहे कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। कहा कि मैनपावर बढ़ाकर काम तेज गति से किया जाए। प्रयाग जंक्शन पर आईईआरटी रेल ओवर ब्रिज एवं एनी बेसेंट रेल अंडर ब्रिज के कार्य को देखा।
इस दौरान वहां काफी संख्या में स्थानीय लोग पहुंच गए। वहां निर्माण कार्य की वजह से हो रही दिक्कत के बारे में लोगों ने बताया। इस पर सीआरबी ने नियमानुसार निस्तारण का आश्वासन दिया। प्रयाग के बाद सीआरबी झूंसी पहुंचे। वहां यात्री आश्रय स्थल को लेकर बताया कि सभी में एक बार में 1000 से 1500 लोग बैठ सकते हैं।
सीआरबी ने वहां अफसरों से सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित ट्रेन तक पहुंचने के रास्ते के बारे में भी जानकारी ली। यहां से उनका काफिला सड़क मार्ग से नए रेलवे ओवरब्रिज के निरीक्षण के लिए पहुंचा। उन्होंने जीएम एनईआर सौम्या माथुर और डीआरएम वाराणसी के साथ मोटर ट्राली से गंगा पर बने नए ब्रिज को भी देखा।
सीआरबी को बताया गया कि पुल के दोनों सिरों पर डक्ट के माध्यम से गर्डर लॉन्चिंग का काम पूरा हो गया। उधर रामबाग स्टेशन आने के बाद सीआरबी ने वहां यात्री आरक्षण केंद्र और अनारक्षित टिकट काउंटर के लिए बनाई गई नई बिल्डिंग को बेहतर बताया। यहां उन्होंने वेलडन भी कहा। सीआरबी ने अपने नैनी एवं प्रयागराज छिवकी स्टेशनों का निरीक्षण करते हुए दोनों स्टेशनों की द्वितीय इंट्री एवं होल्डिंग एरिया को देखने के साथ-साथ यात्रियों के प्रस्तावित मूवमेंट प्लान की जानकारी ली।
वहीं प्रयागराज जंक्शन पर भी सीआरबी ने सिटी साइड के दो यात्री आश्रय स्थलों को देखा। वह कंट्रोल टावर भी गए। उन्होंने सिविल लाइन साइड में निर्माणाधीन स्टेशन भवन के विषय में भी जानकारी ली। कहा कि किसी प्रकार का मलबा या बाधा ना रहे जिससे श्रद्धालुओं का मूवमेंट बाधित हो या असुविधा हो।
महाकुंभ में लखनऊ और वाराणसी डीआरएम प्रयागराज में ही करेंगे कैंप:
महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व के दौरान डीआरएम लखनऊ और डीआरएम वाराणसी को प्रयागराज में ही कैंप करने का निर्देश सीआरबी ने दिया है। उन्होंने शहर के आठ स्टेशनों का निरीक्षण करने के बाद एनसीआर मुख्यालय में आयोजित बैठक में उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे एवं जिला प्रशासन के अफसरों के साथ बैठक में सभी जोन के अफसरों को आपस में समुचित संवाद और समन्वय बनाए रखने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सभी कार्य निर्धारित तिथि से पहले पूरे कर लिए जाएं। इसके लिए यदि आवश्यकता हो तो संसाधनों की संख्या बढ़ाकर मैनपावर बढ़ाई जाए। मेला ड्यूटी पर अन्य स्थानों से आने वाले सभी कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी फुट ओवर ब्रिजों पर लाइटिंग और बैक अप की समुचित व्यवस्था रहे। बैठक में एनसीआर के एजीएम जोगेंदर सिंह लाकरा ,जीएम एनआर अशोक वर्मा, जीएम एनईआर सौम्या माथुर, डीआरएम प्रयागराज हिमांशु बडोनी, डीआरएम लखनऊ एसएम शर्मा, डीआरएम वाराणसी वीके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
झूंसी जीटी रोड की ओर का रास्ता होगा चौड़ा:
प्रयागराज-वाराणसी मार्ग की ओर झूंसी रेलवे स्टेशन से जाने वाला मार्ग महाकुंभ से पहले चौड़ा किया जाएगा। इसके साथ ही मुख्य मार्ग पर झूंसी रेलवे स्टेशन का एक बोर्ड भी लगाया जाएगा। रेलवे बोर्ड चेयरमैन को बताया गया कि दिसंबर माह के मध्य तक सड़क को चौड़ा कर दिया जाएगा। इसके लिए झूंसी कोहना पार्षद अनिल यादव धुन्नू ने अपने कार्यालय का कुछ हिस्सा भी दिए जाने का प्रस्ताव रेलवे अफसरों के सामने रखा है(साभार एजेंसी)