(लखनऊ)29जुलाई,2024.
उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। नए नेता प्रतिपक्ष के साथ इस सत्र के हंगामेदार रहने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। सत्र के दौरान सरकार जहां चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) के लिए करीब अपना पहला अनूपूरक बजट पेश करेगी।इस बजट का आकार 20-05 हजार करोड़ रुपये का होने का अनुमान है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 30 जुलाई को अनुपूरक पेश करेंगे, जिसे एक अगस्त को पारित किया जाएगा। इसके अलावा सत्र में एक दर्जन से अधिक अध्यादेशों को भी पारित कराया जाएगा। वहीं, सत्र में विपक्ष का रूख भी आक्रामक होने की पूरी संभावना है। हालांकि रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में सभी दलीय नेताओं ने सुचारू रूप से सदन चलाने में सहयोग करने का भरोसा दिया है।जबकि सूत्रों का कहना है कि विपक्ष की ओर से बाढ़, सूखा, बिजली कटौती और किसानों से जुड़े मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की तैयारी है।
सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा करने और जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने की अपील की। उन्होंने सत्र के सुचारू संचालन के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वह सदन में अपना पक्ष शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के अंतर्गत रखते हुए प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें। इस दौरान विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रदेश में सूखा, बाढ़ की विभीषका और अघोषित बिजली कटौती समेत जनता से जुड़े मुद्दों पर सदन मे चर्चा कराने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष द्वारा भी उठाए गये मु्द्दों को ध्यानपूर्वक सुनने और उचित कार्यवाही करने को कहा।
विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में कहा कि संवाद और सकारात्मक चर्चा से लोकतंत्र मजबूत होता है। सबसे बड़ी विधानसभा होने की वजह से यूपी विधानसभा की कार्यवाही अन्य राज्यों के लिए आदर्श पेश करती है। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी विशिष्ट कार्यशैली से यूपी का गौरव बढ़ाया है। नई परंपराओं के कारण यूपी विधानसभा रोल माडल बन चुकी है, जिसकी गरिमा बनाए रखने में सभी दलों को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने दलीय नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गंभीरता के साथ सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से लेगी और विकास को नई गति देने के लिए कार्य करेगी। सरकार सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही के लिए भी प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, रालोद दल के नेता राजपाल बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर, निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, कांग्रेस दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह मौजूद रहे। वहीं इससे पहले कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में मानसू सत्र के उपवेशनों में लिए जाने वाले कार्यों के संबंध में विचार-विमर्श किया गया।
इन अध्यादेशों को मिलेगी मंजूरी:
सत्र के दौरान सरकार की ओर से उप्र आपराधिक विधि संशोधन अध्यादेश-2024, उप्र राज्य राजधानी क्षेत्र व अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यादेश-2024, उप्र नजूल संपत्ति (लोक प्रयोजनार्थ प्रबंधन एवं उपयोग) अध्यादेश-2024, उप्र विधियां संशोधन अध्यादेश-2024 और पेपर लीक रोकने से संबंधित उप्र सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अध्यादेश-2024 समेत कई अन्य अध्यादेशों को भी पारित कराया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने की मुलाकात:
इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने सपा के नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे से भेंट की और उन्हें बधाई देते हुए कहा कि उनके लंबे राजनीतिक अनुभव का लाभ विधानसभा को मिलेगा। नेता प्रतिपक्ष चुने जाने पर अन्य दलीय नेताओं ने भी माता प्रसाद पांडेय को बधाई दी है।(साभार एजेंसी)