(वाराणसी UP)03नवंबर,2024.
अन्नकूट महोत्सव के साथ ही स्वर्णमयी अन्नपूर्णा के कपाट वर्ष भर के लिए बंद हो गए। अब एक साल बाद ही श्रद्धालुओं को माता के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन प्राप्त होंगे। मध्यरात्रि में महाआरती के बाद माता की स्वर्ण प्रतिमा को 16 भुन्नासी तालों में बंद कर दिया गया। मंदिर के महंत शंकर पुरी ने माता के भव्य स्वरूप की आरती उतारी।
स्वर्णमयी अन्नपूर्णा मंदिर के कपाट शनिवार को भोर में चार बजे आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए। आधी रात से ही माता के दर्शन के लिए श्रद्धालु कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। बांसफाटक ढुंढिराज के रास्ते श्रद्धालु अस्थायी सीढि़यों से माता के स्वर्ण विग्रह और खजाना लेने पहुंचे।
इसके साथ ही माता के अन्नकूट की झांकी के दर्शन भी हो रहे थे। शयन आरती तक सवा दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के स्वर्णमयी स्वरूप का दर्शन कर माता का खजाना प्राप्त किया। अंतिम दिन होने के कारण श्रद्धालु अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर माता का दर्शन करना चाह रहे थे, यही कारण था कि मध्यरात्रि तक श्रद्धालुओं की अटूट कतार मंदिर में लगी रही।
मध्यरात्रि में महंत शंकर पुरी ने माता की महाआरती उतारी। इसके बाद विधि-विधान से पूजन कर माता के स्वर्णमयी स्वरूप को 16 भुन्नासी तालों के अंदर बंद कर दिया गया। अब अगले साल फिर से धनतेरस पर माता के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन होंगे(साभार एजेंसी)